महर्षि महामानस के तर्कसम्मत आध्यात्मिक विज्ञान पर आधारित महान सिद्धांत!
'बुद्धि' कुछ और नहीं है, यह है 'मन' (सॉफ्टवेयर) का एक विशेष कार्य क्षमता। यह कोई समस्या को हल करने के तरीके या कौशल का आविष्कार करने की एक विशेष क्षमता है।
समय' और कुछ नहीं बल्कि एक के बाद एक होने वाली घटनाओं की लंबाई का विचार या धारणा है।
लोगों को पढ़ाना, ज्ञान देना मेरा मुख्य उद्देश्य नहीं है। मेरा मुख्य उद्देश्य मेरे ज्ञान-अनुभव-विचारों को साझा करना है, लोगों को जागरूक करना है और उन्हें मानव जीवन की मूल बातें के बारे में गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करना है। ~ महर्षि महामानस
हम यहां एक शैक्षिक यात्रा पर हैं। उच्च से और उच्च चेतना प्राप्त करना इस मानव जीवन का अंतर्निहित उद्देश्य है।
यहाँ हम ज्ञान और अनुभव प्राप्त करने के माध्यम से जितना अधिक सचेत हो सकूंगा, उतना ही लाभ होगा।
आध्यात्मिक दृष्टि से, जब हम यहां से चले जाते हैं, तो चेतना के अलावा कुछ भी हमारे साथ नहीं जाते।
~महर्षि महामानस
मनुष्य के रूप में, हम सभी एक साधारण धर्म के साथ पैदा हुए थे, वह है मानव धर्म।
लेकिन समाज-संसार मानवत्व लाभ के उस स्व-विकस कि प्राकृतिक धर्म से हमें विचलित और गुमराह करके, अन्धविश्वास के आधार पर कोइ कृत्रिम धर्म ~अधर्म को हमारे ऊपर थोपने या लागू करने के परिणामस्वरूप, हम सहज मानसिक विकास के मार्ग से दूर चले गए हैं, और आँख मूंद कर चल रहे हैं।
मानव जाति की अधिकांश समस्याओं का मूल कारण अज्ञानता, अंधविश्वास और चेतना की कमी है। इसका मुख्य कारण असत्य पर आधारित~ कल्पना के मसाले से निर्मित पारंपरिक धर्म।
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